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कांग्रेस ने अनुशासनहीनता करने वाले धंनजय को एनएसयूआई अध्यक्ष बना दिया खुराना कहते है पार्टी के भीतर भीतरघात और अनुशासनहीनता नही की जाएगी बर्दाश्त

कांग्रेस की कथनी और करनी में बड़ा फर्क है। गत दिवस मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सह प्रभारी संजय कपूर का सिवनी जिला आगमन हुआ था जिनकी उपस्थिति में मुंगवानी क्षेत्र में मंडलम सेक्टर एवं बूथ अध्यक्ष सहित अन्य लोगों की बैठक आयोजित की गई थी। इस अवसर पर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष राजकुमार खुराना ने सभी पदाधिकारियों को हिदायत देते हुए कहा था कि पार्टी के अंदर भीतरघात एवं अनुशासनहीनता कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई भी कांग्रेस का नेता या कार्यकर्ता पार्टी में भीतरघात की बात करता है तो आप उसकी फोटो खींचकर सोशल मीडिया में वायरल करें चाहे वह नेता कितना भी बड़ा पदाधिकारी या नेता क्यों ना हो। वैसे संजय कपूर जी को यह मालूम होना चाहिए कि राजकुमार खुराना ने जो बात कही है उस बात में वह खरे नहीं उतरते। राजकुमार खुराना ने पार्टी के साथ अनुशासनहीनता करने वाले धनंजय संध्या को सिवनी के प्रभारी गंभीर सिंह चौधरी के आशीर्वाद से एनएसयूआई का जिला अध्यक्ष बनवा दिया जिन्होंने पूरी की पूरी कांग्रेस पार्टी को सोशल मीडिया के माध्यम से कटघरे में खड़ा कर दिया था। याद दिला दें कि जब एनएसयूआई की पहली सूची जारी हुई थी तब सिवनी एनएसयूआई अध्यक्ष के पद पर ऋषभ ठाकुर की ताजपोशी हुई थी इस बात से नाराज धनंजय संध्या ने सोशल मीडिया में कांग्रेस के बड़े बड़े पदाधिकारियों सहित एनएसयूयआई के प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष चौकसे को कठघरे में खड़ा कर दिया था यहां तक कि धनंजय संध्या ने एनएसयूआई में मे जातिवाद को भी ला दिया था और उन्होंने अंतिम पैरा में लिखा था ‘मैं अपने शीर्ष नेतृत्व एवं एनएसयूआई संगठन को बहुत-बहुत धन्यवाद देना चाहूंगा कि आपकी वजह से मुझ पिछडी जाति के लडक़े को हैसियत समझ आई। अब आगे से कोई भी पिछड़ी जाति (ओबीसी) का लडक़ा कभी सपने में भी जिलाध्यक्ष बनने का सपना नहीं देखेंगे, जबकि ओबीसी समाज पूरे जिले ही नहीं प्रदेश में बहुसंख्यक है। उन्होंने अपनी पोस्ट में यह भी लिखा था कि मैं भूल गया था कि ओबीसी लोगों को अध्यक्ष की दावेदारी करने का कोई अधिकार नहीं होता। संगठन में सिर्फ चाटुकारिता ही इतनी हावी है कि जिससे किसी को बिना काम करे पद से नवाज दिया जाता है और मेहनत व ईमानदारी से काम करने वाले को दरकिनार कर दिया जाता है।
रेत चोरी का आरोपी भी है धनंजय
भीतरघातियो और अनुशासनहीनता करने वाले लोगो के विरूद्ध कार्यवाही करने वाले राजकुमार खुराना को भी यह बात अच्छी तरह मालूम थी कि धनंजय संध्या ना केवल अनुशासनहीनता कर रहे हैं बल्कि वह अवैध रेत के कारोबार से भी जुड़े हुए है और उनके ऊपर कुरई थाने में रेत चोरी का आरोप है। बावजूद इसके अपना करीबी होने के कारण धनंजय संध्या के अनुशासनहीनता और रेत चोरी के मामले को दरकिनार कर उन्हेंं एनएसयूआई का अध्यक्ष बनाया जाना इस बात का प्रमाण है कि राजकुमार खुराना और गंभीरसिंह चौधरी के करीबी अनुशासनहीनता और भीतरघात करे तो उन्हें इनाम दिया जाता है जैसा धनंजय सिंह को दिया गया।